COMFORT ZONE-Powerful Motivestional Speech

 कंफर्ट जोन

इस टॉपिक की शुरुआत में एक कहानी के साथ करनाा चाहूंग यह कहानी मैंनेे एक किताब मैं पड़ी़ और मझे लगा कि इसमें कुछ दम है यह कहानी और इसकी सीख कुुछ अलग ही है|
एक महावत एक हाथी के बच्चे को पकड़ कर अपने घर ले आता है और उसे वह अपने खेत पर एक मोटी जंजीर से किसी पेड़ से बांध देता है वह हाथी का बच्चा लाख कोशिश करता है पर वह उस जंजीर को नहीं छोड़ पाता और कुछ दिन बाद वह बच्चा शांत हो जाता है और वह महावत खाना पानी उसे वहीं पर देता है फिर वह उसे तोड़ने की कोशिश ही छोड़ देता है क्योंकि वह हाथी का बच्चा यह मान चुका होता है कि यही अब मेरी जिंदगी है जिस जंजीर से उसे बांधा गया था वह जितनी बड़ी थी बस वही तक वह बच्चा घूम लेता और वहीं पर बैठ जाता कुछ साल बाद में हाथी का बच्चा बड़ा हो जाता है और वह महावत उसे जंजीर की बजाए एक रस्सी से बांध देता है क्योंकि हाथी अब तोड़ने की कोशिश ही नहीं करता लेकिन देहाती चाहे तो उसमें इतनी ताकत है कि वह रस्सी तो क्या उस पेड़ को भी उखाड़ ले जाए लेकिन वह अब यह कोशिश ही नहीं करता क्योंकि वह आप एक कंफर्ट जोन में चला गया और इसी कंफर्ट जोन के कारण उसमें जो क्षमताएं हैं उन्हें वह अब नहीं पहचान पा रहा और उसी हाथी की तरह हम भी उसी कंफर्ट जोन में अटके रहते हैं और सोचते रहते हैं की प्यार जैसा चल रहा है वैसा चलते रहने दो और हां आपने ब्लैक डॉग और फ्रॉक वाला एग्जांपल कभी तो सुना होगा फिर भी मैं एक बार बता देता हूं एक अधिकारी की साइड में यह कुत्ता रो रहा था तभी एक आदमी कुछ विकारी से आकर पूछता है कि कुत्ता इतना क्यों रो रहा है तभी वह भिखारी कहता है कि यह कुत्ता एक कील के ऊपर बैठा है इसलिए रो रहा है तभी वह आदमी कहता है कि यदि इसे इतना दर्द हो रहा है तो यह उठ क्यों नहीं रहा है तभी भिकारी कहता है कि दर्द हो रहा है लेकिन इतना भी नहीं कि यह है यहां से किसी दूसरी जगह बैठ जाए इसे हम कहते हैं कंफर्ट जोन ऐसे ही एक एग्जांपल था एक रोका यानी कि मेडक का एक बार ठंडे पानी में डालकर मैडम को कढ़ाई के ऊपर रख दिया जाता है और पानी को धीरे-धीरे गर्म किया जाता है लेकिन शुरू में तो उसे बहुत मजा आता है लेकिन जब पानी में थोड़ी गर्मी बढ़ती है यानी जब पानी उबलने लगता है तो वह मेंढक जलने लगता है लेकिन चाहे तो हो छलांग मार कर पानी से बाहर आ सकता है लेकिन वह मेंढक अपनी उस कंफर्ट जोन में अटका रहता है और जब पानी ज्यादा गर्म हो जाता है तो उस मेंढक की मौत हो जाती है इसी तरह उस कुत्ते और मेंढक की तरह हम भी इंतजार करते रहते हैं कि काम चल रहा है तो चलने दो दर्द हो रहा है लेकिन इतना भी नहीं कंफर्ट जोन में अटके रहने की वजह से कोई भी एक्शन ना लेने की वजह से जिंदगी रुकी पड़ी है लेकिन इतनी भी नहीं कंफर्ट जोन में बहुत ही कंफर्टेबल फीलिंग होती है लेकिन अंदर ही अंदर हम सबको पता होता है कि यही कंफर्टेबल फीलिंग हमें आने वाले समय बहुत ही ज्यादा अनकंफरटेबल बनाने वाली है अंग्रेजी की एक टॉपिक में कहावत है इसे मैं आपको हिंदी में बताता हूं की आप अगर कामयाब बनना चाहते हैं तो आपको आज सहज होना ही पड़ेगा कंफर्ट जोन में रहकर कोई भी इंसान कामयाब नहीं बनता क्योंकि अगर खैरियत में मिलती कामयाबी तो हर शख्स कामयाब होता फिर ना कद्र होती किसी के गुरूर की वरना कोई शख्स कामयाब होता हम इस दुनिया में घूमने फिरने टीवी देखने इधर उधर की बातें करने या सोशल मीडिया कोई भी टाइम पास करने नहीं आए हैं पहले खुद के लिए कुछ करके इस दुनिया में किसी ना किसी इंसान के काम आ सके इस परपज को पूरा करने के लिए हम सब ने इस पृथ्वी पर जन्म दिया है और दुनिया के लिए कुछ करने से पहले आपको खुद को आगे बढ़ाना होगा और कंफर्ट जोन में रहकर तो आप कभी भी आगे नहीं बढ़ सकते कंफर्ट जोन से बाहर निकलने का मतलब है की वह चीज ट्राई करो जो आपने आज तक नहीं की जितने काम को आपने अधूरा छोड़ा है उन सारे काम को पूरा करो अपनी छोटी सी मोबाइल की दुनिया से बाहर निकल कर उन लोगों से मिलो जो तुम्हें आगे बढ़ाएं जिनसे तुम्हें तुम्हारी फिर लिखा बेस्ट नॉलेज मिले तब आप गुरु करो और जवाब कंफर्ट जोन से बाहर निकल कर कुछ करोगे और तब जो कंफर्ट मिलेगा उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता मैं आशा करता हूं कि वह कंफर्ट आपको मिले लेकिन उस कंफर्ट को पाने के लिए अभी का जो कंफर्ट है वह छोड़ना पड़ेगा क्योंकि आपके कंफर्ट जोन के बाहर कई सारी नई किरणें आपका इंतजार कर रही हैं तो उन अपॉर्चुनिटी को मिस मत करो GET OUT OF YOUR COMFORT ZONE NOW जय हिंद जय भारत


Previous Post Next Post